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आम आदमी का संवैधानिक अधिकार छीन रहे है प्रशाशनिक अधिकारी |
MALKHAN SINGH BHADORIA
भिंड ! गोहद कसबे की घटना से आम नागरिक को लगने लगा है की अब भारत की आजादी को किसी और से नही बल्कि हमारे देश के सिस्टम से ही ख़तरा है ! नोएडा देहली की एक कंपनी को जिले के गोहद ब्लॉक में कॉन्ट्रेक्ट मिला है कंपनी के निर्माण शुरू होते ही जिले का प्रशाशनिक अमला कंपनी को सारे नियम सिथिल कर जो सहयोग कर रहा है उस द्रश्य को देख ग्रामीण अचंभित है निर्माण कंपनी धड़ल्ले से बजरी का शाशन को बगैर रायल्टी दिए अवैध उत्खनन कर रही है आश्चर्य तो तब हुआ जब एक किसान की कृषि योग्य भूमि पर कंपनी द्वारा अवैध रूप से उत्खनन किया जाने लगा और जब किसान ने कंपनी के मैनिजिंग डायरेक्टर को उपजाऊ भूमि से मिटटी निकालने को मना किया तो कंपनी के सपोर्ट में पूरा प्रशाशन आ गया और बेरहमी से उस किसान की मारपीट करते हुए थाने में बंद कर दिया एक कंपनी के सपोर्ट में गरीब किसान की बेरहमी से मारपीट करना कहाँ तक उचित है प्रशाशन की इस गुंडागर्दी से जिले का चौथा स्तम्भ भी सहमा हुआ है जिले के एक पत्रकार ने शोशल नेटवर्क के माध्यम से उक्त खबर वाइरल क्या कर दी प्रशाशन के आला अधिकारी उस पत्रकार पर हावी हो गए ! मजलूम किसान का चलती हिटेची देख ह्रदय लाप कॉप रहा है जेल में बंद किसान क्या आजाद हिंदुस्तान में सांस ले रहा है या अभी भी खुद को गुलामी की जंजीरों में जकड़ा महसूस कर रहा है !! ऐसा महसूस हो रहा है जैसे आम नागरिक को मिला संवैधानिक अधिकार छीन लिया गया है प्रशाशन का कोई अधिकारी उस किसान हित में कुछ कहने को तैयार नही है !!
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