शाशन से सम्मान प्राप्त करने वाले एक अधिकारी की खबर सामने आयी है जिसे जान कर आप भी सकते में आजायेंगे एक अधिकारी शाशन,प्रशाशन को विश्वाश में लेकर क्या गुल खिला रहा है अगर बारीकी से जाँच हुई तो होंगे कई खुलासे
पशु शमशान घाट" की भूमि दे दी लीज पर
कूट रचित दस्तावेजों के आधार पर "नॉइयत बदलने" की "तैयारी पट्टाधारी के साथ लाखो की डील
खनिज अधिकारी भिंड, जे० एस० भिड़े का कारनामा
इनके कारनामों से प्रभावित हो "राज्य सरकार" ने इनकी पीठ क्या थपथपा दी इन "महाशय" ने तो लूट की सारी हद ही पार कर दी "जी" ""हाँ"" अभी तक तो श्री भिड़े जिला प्रशाशन को गुमराह कर लाखों की धन उगाही "खनिज माफियाओं" से धन बसूल कर ,कर रहे थे !! मजे की बात तो यह है की शाशन को इस बात की भनक तक नही कि श्री भिड़े की राजश्व अमले को साथ लिये बगैर "अचानक छापामार कार्यवाही के पीछे क्या राज है यह राज वो सभी प्रेस और पुलिस अधिकारी जानते है जिनकों इस गोरखधंदे की हिस्सेदारी मिल जाती है आजकल "कदम"भिड़े" की जोड़ी सैकड़ों खनिज के वाहनों से बसूली कर रही है रिकार्ड पर कुछ वाहन "शो" किये जाते है बगैर किसी राजश्व अमले को साथ लिये अचानक छापामार कार्यवाही में बहुत राज छिपे है !! चलो इस विषय की हमारी दूसरी पोस्ट खुलासा करेगी की क्यों नही किये जा रहे खदानों के नये रॉयल्टी कट्टे इशू 3 माह से बगैर रॉयल्टी चल रही है खदानें कयों हटाया गया खनिज बैरियल !! चलों हम जानें की खनिज अधिकारी जे०एस० भिड़े ने कैसे कर दी जानवरों के शमशानघाट की लीज
गोहद, विकाश खण्ड के ग्राम "डांग" पहाड़" का सर्वे नं ७४७ राजश्व रिकार्ड में "पशु मरघट" (खाल खद्दड़) के नाम से इन्द्राज है उक्त सर्वे नंबर का रकवा "हरपालसिंह" के नाम नियम विरुद्ध खनिज उत्खनन के लिये लीज पर दिये जाने का मामला सामने आया है खनिज अधिकारी श्री जे०एस० भिड़े व राजश्व विभाग के कर्मचारियों ने उक्त भूमि को ऊबड़खाबड़ बता कर जानकारी छिपा कर प्रस्तुत की है जबकि वास्तविक तौर पर राजश्व रिकार्ड में उक्त भूमि "खाल खद्दड़" नाम से इन्द्राज है सूत्रों के हवाले से ज्ञात हुआ है कि खनिज अधिकारी भिड़े द्वारा उक्त भूमि की नोइयत बदलने के लिये राजश्व विभाग के कर्मचारियों से मिलकर " दस्तावेजो में हेराफेरी की गयी है उक्त सर्वे नं "मरघट" की भूमि है जिसे खाल खद्दड़ से ऊबड़खाबड़ बताकर टीप अंकित कराई गयी है उक्त फाईल श्रीमान डी०एम० महोदय के समक्ष प्रस्तुत की जाना है जिससे उक्त भूमि सर्वे नं ७४७ की नोइयात बदली जा सके खनिज अधिकारी भिड़े द्वारा लीज के नाम पर कूटरचित दस्तावेज़ तैयार कराये गये है साथ ही इसके एवज में पट्टा धारक के वीच लाखों का सौदा हुआ है खबर तो यह है कि उस लीज में श्री भिड़े की हिस्सेदारी भी है जबकि उक्त लीज कूटरचित दस्तावेज के आधार पर होने से अवैध होकर निरस्त योग्य है भिड़े के द्वारा की जा रही अनियमितता की जांच उपरान्त कार्यवाही नितांत आवश्यक है
श्री मान डी०एम०साहब एक साफ स्वक्ष छवि के अधिकारी है खनिज विभाग उन्हें गुमराह ना करके सही तथ्यों से अवगत कराये
मलखानसिंह भदौरिया
भिंड


मलखानसिंह भदौरिया भिंडmalkhans@44gmail.com
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