जिला अस्पताल भिंड में डेगू से ओसतन हर रोज एक मौत ,प्रशाशन बेपरवाह चिकित्सा अमले की लापरवाही पर पर्दा डालता है प्रशाशन, शाशन की मनसा के अनुरूप स्वास्थ सेवाओं का क्रियान्वन नही
भिंड/ एक तरफ माननीय उच्चत न्यायालय सड़क हादसों में घायलों को लेकर गंभीर है विगत दिवस उच्चतम न्यायालय ने सरकार को आदेशित किया है की सड़क हादसों में घायल को अस्पताल तक पहुचाने के बाद शासकीय अर्द शासकीय अस्पताल का ये कर्तब्य होगा की घायलों का बगैर पैसे जमा किये तत्परता से इलाज शुरू करे लेकिन मध्यप्रदेश के भिंड जिले में इस समय लगभग हर घर में डेंगू बुखार जोरों से फ़ैल रहा है जिला अस्पताल भिंड में मरीजों को प्रोपर इलाज ना मिलने एवं चिकित्सकों की लापरवाही के कारण ओसतन हर रोज एक मौत हो रही है जिला प्रशाशन इन घटनाओं को लेकर कतई गंभीर नही है बल्कि चिकित्सकों के बेपरवाह रवैये से परेशान आम जनता जब अस्पताल प्रशाशन पर ऊँगली उठाये तो मृतक के परिजनों पर चिकित्सकों की शिकायत पर कार्यवाही कर दी जाती !! विगत २ माह में कई लोगो की जिला अस्पताल में मामूली बुखार के कारण मौत हो गई है जिला अस्पताल की मलेरिया,टाइफाइड जांच रिपोर्ट गलत बताती है जबकि यही जांच किसी प्राइवेट लैब से कराइ जाए तो रिपोर्ट में डेंगू,मोतीझरा बताया जाता है यानी जिला अस्पताल में मलेरिया सहित अन्य टेस्ट लापरवाही से किये जाते है बीमार की हालत गंभीर हो तो परिजन तत्परता से इलाज के लिए चिकित्सक के सामने गिडगिडाते नजर आते है !!
आखिर शाशन,प्रशाशन मध्यप्रदेश में किस साइनिंग की बात करता है केवल मध्यप्रदेश साइनिंग वोर्ड पर मुशकुराती तस्वीर लगाकर शाशन,प्रशाशन खुद ही ये समझ ले की राज्य में तरक्की की चमक आ रही है इससे आम जनता को कोई फायदा नही होने वाला जब तक मध्यप्रदेश की जनता के चेहरे पर ख़ुशी नही आएगी तबतक मध्यप्रदेश में साइनिंग आने वाली नही है भिंड अस्पताल से हर रोज चिकित्सकों की लापरवाही के शिकार परिजन अपने बच्चों के मृतक शरीर को लेकर निकलते है उनको पूछो की मध्यप्रदेश में साइनिंग किस ओर से आ रही है सरकार जनता को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिले इसलिए करोड़ों रूपये खर्च कर रही है पर क्रियान्वन में लापरवाही के कारन शाशन की मनसा के अनुरूप परिणाम नही दिख रहे प्रशाशन वास्तविकता को जाहिर नही होने दे रहा हर ओर योजनावध तरीके से मीडिया को मैनिज किया जा रहा है प्रेस जमीनी हकीकत बयां नही करती अपने कर्तब्य पथ से भटक कर प्रशाशन की झूटी सफलता के गीत गा रही है लाचार जनता की आवाज को दवाया जाता है प्रशाशनिक रवैया गुलामी के समय की अंगेजी हुकूमत से कम नही है !!
जिला अस्पताल में अभीतक इलाज के अभाव में जितनी भी मौते हुई है उन सभी मृतकों के परिजनों ने चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाया है मेरे पास अभीतक लगभग ६५ से अधिक एसे शपथ पत्र है जिन्हें मृतकों के परिजनों ने चिकत्सकों पर आरोप लगाते हुए लिखा है चिकित्सकों की लापरवाही को मद्धेनजर रखते इसकी शिकायत प्रशाशनिक अधिकारी सहित माननीय स्वास्थमंत्री मध्यप्रदेश शाशन,एवं राज्य के मुख्यमंत्री महोदय को भेजी गयी है लेकिन शाशन,प्रशाशन चिकित्सा अमले की इन खामियों पर पर्दा डालता नजर आता है !! जनता के लिए जनता द्वाmalkhan singh रा चुना गया लोकतंत्र अकर्मण्य हो जाए जनता बेहाल हो जाए तो समस्त मशीनरी लोकतंत्र पर नियंत्रण के लिए जनता के हित में उच्च न्यायालय के समक्ष याचिका अति आवश्यक है क्योंकि प्रशासन के इस रवैये से आम जनता संकट में है शाशन इन मामलों को लेकर असावधान है इन परिस्थितियों में हम सभी का यह संवैधानिक अधिकार है की मामले की गंभीरता को द्रष्टिगत रखते याचिका माननीय उच्च न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत की जाए !!!
मलखानसिंह भदौरिया
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